
रक्षा मंत्रालय ने 40 तेजस जेट की खरीद को पहले ही मंजूरी दे दी है. यानि अब देश के पास कुल 123 एडवांस तेजस लड़ाकू विमान होंगे. ANI
सुरक्षा मामलों की कैबिनेट कमिटी (CCS) ने 83 तेजस विमानों (Tejas Fighter Jet) की खरीद को मंजूरी दे दी है. बिपिन रावत (Bipin Rawat) ने कहा कि हमारा मुख्य जोर भविष्य की लड़ाइयों में स्वदेशी हथियारों को इस्तेमाल के लिए तैयार करना है.
- News18Hindi
- Last Updated:
January 13, 2021, 11:11 PM IST
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) की अध्यक्षता वाली सीसीएम ने बुधवार को भारतीय वायुसेना के लिए 83 अतिरिक्त स्वदेशी एडवांस तेजस जेट के लिए लगभग 48 हजार करोड़ के सबसे बड़े स्वदेशी रक्षा खरीद सौदे को मंजूरी दे दी. यह सौदा भारतीय रक्षा विनिर्माण में आत्मनिर्भरता के लिए गेम चेंजर साबित होगा. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने इसकी जानकारी देते हुए कहा कि रक्षा मंत्रालय (Defence Ministry) ने 40 तेजस जेट की खरीद को पहले ही मंजूरी दे दी है. यानि अब देश के पास कुल 123 एडवांस तेजस लड़ाकू विमान होंगे.
खबरों के मुताबिक इन 123 तेजस जेट के अलावा भारत 170 तेजस मार्क-2 की खरीद को मंजूरी देने पर विचार कर रहा है, जोकि पॉवरफुल इंजन और एडवांस टेक्नोलॉजी से बना होगा. रक्षा मंत्रालय के मुताबिक वर्ष 2029 तक सभी 83 विमानों को वायुसेना को सौंपने का लक्ष्य है. इन 83 विमानों से वायुसेना की कम से कम 6 स्क्वॉड्रन बन जाएंगी. एक स्क्वॉड्रन में 16-18 शक्तिशाली लड़ाकू विमान होते हैं.
तेजस की बात करें तो ये चौथी पीढ़ी का स्वदेशी टेललेस कंपाउंड डेल्टा विंग विमान है. यह प्लाई बॉय वायर फ्लाइट कंट्रोल सिस्टम, इंटीग्रेटेड डिजिटल एवियोनिक्स, मल्टीमॉड रडार से लैस लड़ाकू विमान है और इसकी संरचना कंपोजिट मैटेरियल से बनी है.